जहाँ अवतार जन्मे हैं, पले हैं वीर, ऋषि, योगी, कोई ये न समझ बैठे, की अब ये भूमि परती है, यहाँ का हर नया अंकुर, यदि पाला गया ढंग से, नमूना बन के गायेगा, की ये उपजाऊ धरती है.